जल आपूर्ति:नर्मदा का पानी लाने के लिए ज्यादा राशि नहीं हाेगी खर्च, महज 4.5 किमी लाइन बिछाकर तालाबाें में करेंगे जमा

गर्मी के समय शहर की सवा लाख आबादी काे पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है, क्याेंकि स्टेट के समय से पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से तालाबाें पर टिकी हुई है। अब आबादी बढ़ने से तालाबाें से भी आपूर्ति नहीं हाे पाती है। ऐसे में नपा चुनावी सभा के दाैरान सीएम ने धार में नर्मदा का पानी लाने के लिए घाेषणा की है। इसकी मांग विधायक नीना वर्मा लगातार उनसे कर रही थीं। हालांकि याेजना के लिए सहमति पहले ही मिल गई थी।

याेजना कैसे आएगी और कैसे शहरवासियाें काे मां नर्मदा का पानी मिलेगा इसके लिए भास्कर ने जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त ईई स्वयं प्रकाश साेनी से बातचीत कर पूरा प्लान समझा। जिसमें धारवासियाें काे पानी देने के लिए सरकार काे भी काेई बड़ी राशि खर्च नहीं करना पड़ेगी। जानिये कैसे मिलेगा धार काे मां नर्मदा का पानी…

ऐसे समझिए पानी आने का फाॅर्मूला…

धार में नर्मदा का पानी लाने के लिए ना ताे काेई अलग से डीपीआर बनेगी ना काेई बजट की आवश्यकता पड़ेगी। बदनावर माइक्रो लिफ्ट इरिगेशन के लिए 2 हजार कराेड़ की योजना पहले बन चुकी है और इसकी डीपीआर तैयार होकर अब काम भी आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। धरमपुरी तहसील के ग्राम निंबोला से बूढ़ी मांडू तक चार जगह लिफ्ट कर आगे पाइप लाइन के जरिए पानी जिले की माही, चंबल व चामला नदियों में डाला जाएगा। इसी लाइन से धार के लिए 7 मिली घन मीटर पानी देने के लिए जल संसाधन विभाग भाेपाल ने अनुमति दे दी है। जिसमें न तो किसी व्यक्ति के पुनर्वास की नौबत आएगी, न ही किसी तरह का मुआवजा देने की।

यह पाइप लाइन तिरला के पास गांव रायपुरिया से हाेकर गुजरेगी। जाे शहर से 4.5 किमी दूर है। ऐसे में शहर के लिए 2025 की जनसंख्या के मान से केंद्र सरकार से स्वीकृत हुई अमृत 2.0 याेजना में रायपुरिया के यहां इंटकवेल प्रस्तावित है। यहीं से पाइप लाइन बिछाकर बायपास स्थित नयापुरा तालाब में पानी स्टोर किया जाएगा। शहर के सभी तालाब व फिल्टर प्लांट पहले से एक-दूसरे से लिंक है। ऐसे में यह पानी आसानी से लिफ्ट हाेकर नलाें के माध्यम से घर-घर पहुंचेगा।

याेजना के मूर्त रूप लेते ही भरपूर पानी मिलेगा

शहर के आसपास फैले नटनागरा, सीतापाट, दिलावरा व नयापुरा तालाब से शहर में जलापूर्ति की जाती है। 10 हजार 650 नल कनेक्शन हाेकर दाे दिन छाेड़कर पानी दिया जाता है। जिन क्षेत्राें में पाइपलाइन नहीं है, वहां के रहवासी अपनी व्यवस्था खुद करते है या फिर नपा टैंकर भेजती है। सवा लाख की आबादी पर 9 एमएलडी का नया व एक पुराना फिल्टर प्लांट हाेकर सीतापाट व दिलावरा तालाब समेत 3 इंटकवेल से नलाें व टंकियाें में पानी सप्लाय किया जाता है। यह दाेनाें याेजना पूरी हाेने के बाद शहर में पानी की काेई किल्लत नहीं आएगी और भरपूर पानी मिलेगा। स्वयं प्रकाश साेनी, सेवानिवृत्त ईई, जल संसाधन विभाग

12 काॅलाेनियाें समेत बस्तियाें काे भी जाेड़ा जाएगा

23 कराेड़ की दिलावरी याेजना के 7 साल बाद भी पेयजल की सुविधा से वंचित शहर की 12 काॅलाेनियाें समेत बस्तियाें में पानी देने के लिए केंद्र सरकार की अमृत 2.0 याेजना काे राज्य स्तरीय तकनीकी समिति ने मंजूरी दे दी है। इस याेजना में 44 कराेड़ रुपए खर्च कर 56 किलाेमीटर के क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाकर 13 एमएलडी का फिल्टर प्लांट अाैर तीन पानी की बड़ी टंकी का भी निर्माण किया जाएगा। जिससे लाेगाें काे पानी की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

Source:-bhaskar

Leave a Comment